Introduction:
नीतीश कुमार ने बिहार में अपनी दसवीं बार मुख्यमंत्री बनने का दावा किया है। एनडीए ने विधानसभा चुनावों में भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की थी। नीतीश कुमार कल पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में चीफ मिनिस्टर के रूप में शपथ लेंगे।
Full article:
नीतीश ने एनडीए के 202 संसदीयों की एक बैठक में एकमत से नेता चुना गया था। उन्हें भाजपा बिहार प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, एलजीपी (आरवी) के अध्यक्ष चिराग पासवान, आरएलएम के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और हैम (एस) के प्रमुख जितन राम मांझी भी बड़े गरलैंड से सम्मानित किया गया था।
नीतीश ने अपनी विधायक दल की अलग बैठक में नेता के रूप में चुना गया था। उन्होंने एनडीए की बैठक के बाद राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से जल्द ही मुलाकात की और मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया और अगली सरकार बनाने का दावा किया।
जीडी (यू) के मंत्रियों में विजय कुमार चौधरी, बिजेन्द्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार को नवीन मुख्यमंत्री रखने का अनुमान है।
एनडीए ने 14 नवंबर को विधानसभा में 243 सीटों में से 202 जीत कर सत्ता में वापसी की थी। भाजपा ने 89, जेडी (यू) ने 85, एलजीपी (आरवी) ने 19, हैम 5 और आरएलएम 4 सीटें जीती थीं।
Conclusion:
इस घटना से साफ हो रहा है कि नीतीश कुमार ने बिहार के लोगों का भरोसा जीता है और वे एक बार फिर से मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए हैं। आगे देखना है कि इस नई सरकार के नेतृत्व में कैसे बिहार के विकास में नई दिशा मिलती है।
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